भारत मास्टर्स की दमदार शुरुआत
2025 की अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स लीग के पहले मुकाबले में भारत मास्टर्स की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। सचिन तेंदुलकर के नेतृत्व में, टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक मजबूत स्कोर खड़ा किया। स्टुअर्ट बिन्नी ने अपनी आतिशी पारी में 31 गेंदों पर 68 रन बनाए, जिसमें 7 छक्के और 3 चौके शामिल थे। गुरकीरत सिंह मान भी 32 गेंदों पर 44 रन बनाते हुए कुल स्कोर को 222/4 तक ले गए।
यूसुफ पठान ने अंत में छह छक्कों की मदद से 22 गेंदों पर नाबाद 56 रन बनाकर सभी दर्शकों को रोमांचित कर दिया। युवराज सिंह ने भी 31 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली। श्रीलंका की गेंदबाजी में सिर्फ सुरंगा लकमल ही प्रभावित कर सके, जिन्होंने 34 रन देकर 2 विकेट लिए।

श्रीलंका की कोशिशें और भारत की गेंदबाजी।
श्रीलंका मास्टर्स ने इस लक्ष्य का पीछा करने की अच्छी कोशिश की। कुमार संगकारा ने 30 गेंदों पर 51 रन बनाकर टीम को मजबूती दी। लाहिरु थिरिमाने ने भी 24 रनों का योगदान दिया।
हालांकि, श्रीलंका के लिए सबसे महत्वपूर्ण जोड़ी आस्एला गुनारत्ने और जीवन मेंडिस की रही, जिन्होंने छठे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी की। गुनारत्ने ने 37 रन और मेंडिस ने 42 रन बनाए। लेकिन श्रीलंका की उम्मीदों पर इरफान पठान की गेंदबाजी ने पानी फेर दिया। उन्होंने 3/39 का प्रदर्शन करते हुए उच्च दबाव में विकेट चटकाए।
अभिमन्यु मिथुन ने अंतिम ओवर में केवल पांच रन देकर प्रदर्शन को और भी विशेष बना दिया। मैच के दौरान सचिन तेंदुलकर की कुछ आरंभीक बाउंड्री और यूसुफ पठान की आतिशी बल्लेबाजी भारतीय जीत की कहानी को तय करते थे।
swapnil chamoli
23 फ़रवरी / 2025भाइयों, इस जीत में सिर्फ कौशल नहीं, बल्कि बेकाबू मीडिया एजेंडा का भी बड़ा हाथ है। सचिन सर ने ऐसा खेल दिखाया जैसे वे एक मौलिक संरचना को तोड़ रहे हों, जबकि पर्दे के पीछे कुछ बड़े योजनाकारों की योजना चल रही है। बिन्नी की पारी को देखें तो समझेंगे कि वाणिज्यिक दबाव ने कैसे बल्लेबाज़ी को बंधा रखा है। इस जीत को भौतिकवादी दृष्टिकोण से ही देखना गलत है, क्योंकि इसमें अंतरराष्ट्रीय सत्ता के खेल छिपे हैं। अंत में, मैं कहूँगा कि हमें इस तरह के पिटाई को एक नज़र में नहीं देखना चाहिए।