30 मई, 2024
टेनिस के दिग्गज खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने हाल ही में फ्रेंच ओपन में देर रात खेले गए उनके मैच की व्यवस्था को लेकर कड़ी टिप्पणियाँ की हैं। यह मैच शनिवार को रात लगभग 10:45 बजे शुरू हुआ और रविवार की सुबह लगभग 2 बजे समाप्त हुआ। यह मुकाबला लोरेंजो मुसेटी के खिलाफ था, जिसमें चार घंटे और 29 मिनट के जबरदस्त संघर्ष के बाद जोकोविच ने जीत हासिल की। इस जीत के साथ ही जोकोविच ने 369 ग्रैंड स्लैम मैच जीतने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया, जो कि पहले रॉजर फेडरर के नाम था।
जोकोविच ने इस मैच के दौरान कई कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के देर रात के मैच खिलाड़ियों के शारीरिक स्थिति पर बुरा असर डालते हैं। मैच के दौरान कई बार 20 से अधिक शॉट्स की रैलियाँ भी खेलनी पड़ीं, जो रात के 2 बजे के ठंडे और भारी माहौल में बहुत मुश्किल था।
हालांकि जोकोविच ने यह मैच जीत लिया, लेकिन उन्होंने कहा कि इस तरह के मैचों को बेहतर ढंग से आयोजित किया जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि समय-सारिणी का पुनर्विचार किया जाना चाहिए, ताकि मैच पहले शुरू हो सके और खिलाड़ियों को इतनी देर तक खेलने की आवश्यकता न पड़े। महिला खिलाड़ियों में से नंबर एक इगा स्वियाटेक ने भी इस मुद्दे पर बात की और कहा कि रात के सत्रों को जल्दी शुरू किया जाना चाहिए ताकि खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को इसका फायदा मिल सके।
जोकोविच की यह टिप्पणी खेल की व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है, जो कि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य और प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए ईवेंट्स के टाइमिंग पर पुनर्विचार कर सकते हैं। यह देखा जाना बाकी है कि टूर्नामेंट के आयोजक इस दिशा में क्या कदम उठाते हैं।
जोकोविच के लिए अगला मैच भी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। उन्होंने अब अर्जेंटीना के फ्रांसिस्को सेरुंडोलो के खिलाफ राउंड 16 में मुकाबला करना है, जो कि सोमवार को आयोजित होने वाला है। इस लेट-नाइट मैच के बाद, जोकोविच को अपनी फिटनेस और प्रदर्शन को बरकरार रखने के लिए बहुत मिहनत करनी होगी।
यह देखा गया है कि देर रात के मैच खिलाड़ियों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं। अनियमित सोने का समय और अत्यधिक शारीरिक थकान खिलाड़ियों के प्रदर्शन और करियर पर असर डालते हैं। जोकोविच जैसे दिग्गज खिलाड़ी की इस समस्या को उजागर करना महत्वपूर्ण है ताकि इसकी उचित योजना बनाई जा सके और भविष्य में खिलाड़ियों को इस तरह की असुविधाओं से बचाया जा सके।
आयोजनकर्ताओं को यह भी सोचना चाहिए कि केवल खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि दर्शकों के अनुभव को भी समृद्ध बनाने के लिए टूर्नामेंट के समय-सारिणी में बदलाव किया जाना चाहिए। दर्शकों के लिए भी इतनी देर तक मैच का आनंद लेना कठिन हो जाता है, और इससे उनकी रुचि पर भी असर पड़ सकता है।
फ्रेंच ओपन और अन्य ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट्स को इन समस्याओं का समाधान खोजने पर ध्यान देना चाहिए। स्वस्थ और फिट खिलाड़ियों का प्रस्तुति ही खेल के आकर्षण को बढ़ाने में मदद करता है। इसीलिए, खिलाड़ियों की भलाई के प्रति इस तरह की बातें महत्वपूर्ण हैं और इन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए।
इस मुद्दे पर अधिक ध्यान देकर, आयोजनकर्ता न केवल खेल का स्तर सुधार सकते हैं बल्कि खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के अनुभव को और बेहतर बना सकते हैं। उम्मीद की जा रही है कि जोकोविच द्वारा उठाई गई इन समस्याओं पर संबंधित प्राधिकरण कार्य करेंगे और भविष्य में इस तरह के सुधार करेंगे ताकि खेल और भी आनंददायक और प्रतिस्पर्धात्मक बन सके।
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