जब भारी बारिश, लगातार और तीव्र वर्षा जो जलस्तर को अचानक बढ़ा देती है आती है, तो सड़कों पर जलभराव, गड्ढे और बाढ़ जैसी समस्याएँ तुरंत सामने आती हैं। इसी कारण बाढ़, बारिश के कारण जल स्रोतों का ओवरफ़्लो और जल स्तर का असामान्य बढ़ना और मौसम विज्ञान, वातवरण की भविष्यवाणी और जलवायु पैटर्न का अध्ययन दो मुख्य घटक बनते हैं। भारी बारिश का प्रभाव समझना तभी संभव है जब हम इन तीनों अवधारणाओं को आपस में जोड़ें।
IMD ने 28 जिलों में फ्लैश फ्लड अलर्ट जारी किया, 16 लोग मारे गए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में राहत और मुआवजे की घोषणा की।
विवरण देखेंउत्राखण्ड में भारी बारिश के कारण 15 मौतें, दो पुलों का ध्वस्त होना और 900 से अधिक लोगों का बचाव, भारत मौसम विभाग ने तीन‑दिन की चेतावनी जारी की।
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