21 सितंबर, 2024
शनिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रपति भवन में गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस स्वागत समारोह में विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति थी और यह स्वागत समारोह दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग और संबंधों का प्रतीक था। हसीना अपने दो-दिवसीय दौरे पर भारत आईं हैं, और यह विशेष दौरा तब हो रहा है जब भारतीय राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार तीसरी बार सत्ता में आई है।
राष्ट्रपति भवन में हुए इस स्वागत समारोह में शेख हसीना को पूर्ण राजकीय सम्मान दिया गया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, और भारतीय सेना के दस्ते ने उन्हें सलामी दी। नरेंद्र मोदी ने उनके आने पर उनका स्वागत किया और दोनों नेताओं ने एक-दूसरे के साथ गर्मजोशी से हाथ मिलाया। इस अवसर पर भारत और बांग्लादेश के संबंधों को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई गई।
प्रधानमंत्री शेख हसीना का यह दौरा कूटनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। दोनों देशों के बीच कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें व्यापार, निवेश, सीमा सुरक्षा, और क्षेत्रीय सहयोग शामिल हैं। यह दौरा दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देगा और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
प्रमुख कूटनीतिक मुद्दों में सीमा सुरक्षा, आतंकवाद से लड़ाई, और आपसी व्यापार को बढ़ाना शामिल था। इस दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जो आने वाले वर्षों में दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करेंगे। हसीना ने भी भारत के आर्थिक विकास और प्रगति की प्रशंसा की और दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
भारत और बांग्लादेश के बीच सांस्कृतिक संबंध भी बेहद महत्वपूर्ण हैं। दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक लंबा इतिहास रहा है। इस दौरान सांस्कृतिक और शैक्षिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भी विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई। भारतीय फिल्मों, संगीत, और साहित्य का बांग्लादेश में बड़ा असर है, और इसके विपरीत भी बांग्लादेशी संस्कृति का भारत में महत्व है। इस दौरे में दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक गतिविधियों और परियोजनाओं को बढ़ाने पर भी चर्चा की गई।
शेख हसीना के दौरे में मानव संसाधन विकास और तकनीकी सहयोग पर भी जोर दिया गया। दोनों देशों ने तकनीक, शिक्षा और कौशल विकास के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने के महत्व को समझा। भारतीय आईटी क्षेत्र और तकनीकी विशेषज्ञता का बांग्लादेशी विकास में महत्वपूर्ण योगदान हो सकता है। हसीना ने भारतीय तकनीकी विशेषज्ञों को डिजिटल बांग्लादेश के निर्माण में सहयोग करने की अपील भी की।
इस दौरे के माध्यम से भारत और बांग्लादेश ने अपने संबंधों को और मजबूत बनाने का संकेत दिया है। दोनों देशों के बीच सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर जो चर्चा हुई, वह निकट भविष्य में सकारात्मक परिणाम ला सकती है। यह दौरा दोनों देशों के लिए एक नया अध्याय साबित हो सकता है, जिसमें कूटनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और तकनीकी सहयोग को नए स्तर पर ले जाया जाएगा।
प्रधानमंत्रियों की मुलाकात और विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर से दोनों देशों के बीच संबंधों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। इस महत्वपूर्ण दौरे के माध्यम से भारत और बांग्लादेश अपने क्षेत्रीय और वैश्विक उद्देश्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से हासिल करने में सक्षम होंगे।
एक टिप्पणी लिखें