जब आप इंडेक्सेशन, वेब पेज को सर्च इंजन डेटाबेस में जोड़ने की प्रक्रिया. Also known as इंडेक्सिंग, it lets आपके कंटेंट को खोज परिणामों में दिखाने की सुविधा मिलती है। बिना इंडेक्सेशन, आपका लेख या समाचार गूगल, बिंग या याहू जैसे सर्च इंजन की खोज में नहीं दिखेगा, चाहे आपका कंटेंट कितना भी उपयोगी क्यों न हो।
इंडेक्सेशन का पहला कदम सर्च इंजन, वेब को स्कैन करके पेजों को खोज डेटाबेस में जोड़ने वाला सिस्टम है। वेब क्रॉलर (या बॉट) आपके साइट पर घूमते हैं, नई या बदली हुई पेजों को पहचानते हैं और उन्हें अपने सर्वर पर भेजते हैं। यदि आपका पेज रोबोट्स.txt या मेटा टैग्स में उचित निर्देश देता है, तो क्रॉलर आसानी से उसे पहुँच सकते हैं और इंडेक्स में जोड़ सकते हैं।
एक बार पेज सर्च इंजन के डेटाबेस में आ गया, तब कीवर्ड, वाक्यांश या शब्द जो उपयोगकर्ता खोजते हैं की भूमिका अहम हो जाती है। सर्च इंजन पेज को उस कीवर्ड के साथ मिलाते हैं और इसे संबंधित खोज परिणामों में रखती है। इसलिए लेखन में सही कीवर्ड डालना, हेडिंग्स में उपयोग करना और प्राकृतिक रूप से शामिल करना आपके कंटेंट को खोज में ऊँचा लाने की नींव बनाता है।
कीवर्ड के पीछे का लक्ष्य सिर्फ मिलान नहीं, बल्कि रैंकिंग, सर्च परिणामों में पेज की स्थिति सुधारना है। जब सर्च इंजन आपके पेज को प्रासंगिक और भरोसेमंद समझता है, तो वह उसे शीर्ष स्थान पर रखता है। रैंकिंग कई संकेतों से तय होती है—पेज स्पीड, मोबाइल फ्रेंडली डिजाइन, बैकलिंक्स और उपयोगकर्ता का व्यवहार। सभी संकेत मिलकर निर्धारित करते हैं कि आपका इंडेक्सेड पेज यूज़र के सवाल का सबसे अच्छा जवाब है या नहीं।
भले ही आपका पेज इंडेक्स हो गया हो, लेकिन इंडेक्सिंग समय और अपडेट की आवृत्ति भी मायने रखती है। सर्च इंजन नियमित रूप से अपने इंडेक्स को रिफ्रेश करते हैं; अगर आप अक्सर नई सामग्री जोड़ते हैं या मौजूदा लेख को अपडेट करते हैं, तो क्रॉलर फिर से आएगा और आपके बदलाव को डेटाबेस में ताज़ा कर देगा। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि यूज़र को सबसे नया और सटीक जानकारी मिले, चाहे वह क्रिकेट का स्कोरकार्ड हो या मौसम की चेतावनी।
अब आप समझ गए होंगे कि इंडेक्सेशन सिर्फ तकनीकी शब्द नहीं, बल्कि आपके कंटेंट को वास्तविक दर्शकों तक पहुँचाने का पुल है। नीचे की सूची में आप विभिन्न विषयों—खेल, राजनीति, मौसम, व्यापार और तकनीकी अपडेट—पर आधारित लेख पाएँगे, जिनमें सबका एक सामान्य धागा है: सर्च इंजन की नजर में आपका पेज कैसे रह सकता है, कौन‑से कीवर्ड काम करते हैं और रैंकिंग सुधारने के व्यावहारिक टिप्स क्या हैं। चलिए, इन ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों को देखें और अपने डिजिटल प्रेज़ेंस को और मजबूत बनायें।
केन्द्रीय बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) ने इस वित्तीय वर्ष के लिए Cost Inflation Index (CII) को बढ़ा दिया है। यह बदलाव घर‑जायदाद, सट्टा‑संपत्ति और बैंकों के फिक्स्ड डिपॉज़िट पर मिलने वाले इंडेक्सेशन लाभ को बढ़ाकर कैपिटल गैन्स टैक्स को कम करेगा। नई CII दरें किन वस्तुओं पर लागू होंगी, इसका क्या असर पड़ेगा और करदाताओं को क्या ध्यान देना चाहिए, जानिए इस लेख में।
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