सुशांत सिंह राजपूत की चौथी पुण्यतिथि: जानें उनके संघर्ष के 5 महत्वपूर्ण तथ्य

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सुशांत सिंह राजपूत की चौथी पुण्यतिथि: जानें उनके संघर्ष के 5 महत्वपूर्ण तथ्य

सुशांत सिंह राजपूत की चौथी पुण्यतिथि पर जानें उनके संघर्ष की कहानी

बॉलीवुड में अपने अभिनय के दम पर एक अलग पहचान बनाने वाले सुशांत सिंह राजपूत आज भी अपने फैंस के दिलों में बसे हैं। उनकी चौथी पुण्यतिथि पर उनके संघर्ष के पांच महत्वपूर्ण तथ्य हमारे सामने आए हैं, जिन्हें जानकर आप उनके संघर्ष को और करीब से समझ पाएंगे।

1. अधूरी इंजीनियरिंग की पढ़ाई

सुशांत की प्रारंभिक शिक्षा पटना और दिल्ली में हुई। उनके सपने बड़े थे, और दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (DCE) से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बी.ई.) करने के लिए उन्होंने कदम बढ़ाए। लेकिन अभिनय, नृत्य और थिएटर की ओर बढ़ते अपने जुनून के कारण उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई को अधूरा छोड़ दिया। सुशांत का ये फैसला तब बहुत बड़ा था, लेकिन यही उनका पहला कदम साबित हुआ उनके अभिनय करियर की ओर।

2. छह महीने का संघर्ष

सुशांत ने टीवी शो 'पवित्र रिश्ता' में मुख्य किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। लेकिन इसके बाद वर्ष 2011 में उन्हें छह महीनों तक काम नहीं मिला। यह दौर सुशांत के लिए बहुत कठिनाइयों भरा रहा। आत्मविश्वास को बनाए रखना और लगातार संघर्ष करते रहना, यही उनके व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।

3. थिएटर और डांस ग्रुप

सुशांत ने अपने अभिनय की शुरुआत दिल्ली में नादिरा बब्बर के 'Ekjute' थिएटर ग्रुप से की। थिएटर के मंच पर उन्होंने अपनी अभिनय प्रतिभा को और निखारा। इसके साथ ही वे श्यामक डावर के डांस ग्रुप का भी हिस्सा थे, जहां उन्होंने नृत्य कला की बारीकियों को सीखा। यह अनुभव सुशांत को आगे चलकर उनकी फिल्मों में बहुत काम आया।

4. पहला किरदार और रियलिटी शो

बेशक सुशांत को सबसे ज्यादा प्रसिद्धि 'पवित्र रिश्ता' से मिली, लेकिन उनका टीवी डेब्यू 'किस देश में है मेरा दिल' से हुआ था। इस शो में उन्होंने प्रीत जूनजा का किरदार निभाया। इसके बाद उन्होंने रियलिटी शो 'ज़रा नचके दिखा' और 'झलक दिखला जा' में भी हिस्सा लिया। रियलिटी शो में उनका प्रदर्शन दर्शकों को खासा पसंद आया।

5. मिस्ट्री में उलझी मौत

सुशांत की मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। मुंबई स्थित उनके फ्लैट में उन्हें मृत पाया गया, और मुंबई पुलिस ने इसे प्रारंभिक रूप में आत्महत्या बताया। लेकिन इस मामले ने तेजी से राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचा, जिसके चलते सीबीआई और अन्य एजेंसियों को इस केस में शामिल किया गया। उनकी मौत का कारण अब भी रहस्य बना हुआ है। उनके जीवनसाथी रिया चक्रवर्ती और फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, हालांकि वे अब जमानत पर बाहर हैं।

सुशांत सिंह राजपूत के जीवन में संघर्ष के ये पांच तथ्य उनकी कठिनाइयों और उनकी अटूट इच्छा शक्ति को दर्शाते हैं। यह उनका संघर्ष ही था, जिसने उन्हें अभिनय की दुनिया में एक अलग मुकाम तक पहुंचाया। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि कैसे एक व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर कठिनाई का सामना कर सकता है। आज भी सुशांत अपने फैंस के दिलों में जिंदा हैं, और उनकी यही कहानी उनकी यादों को ताजगी बनाए रखती है।

टिप्पणि

yaswanth rajana

yaswanth rajana

14 जून / 2024

सुशांत के संघर्ष की कहानी हमें यह सिखाती है कि लक्ष्य पर कायम रहना कितना अहम है। उनके इंजीनियरिंग को छोड़ कर थियेटर में कदम रखना एक साहसिक निर्णय था, जिससे हमें यह प्रेरणा मिलती है कि जुनून को कभी नहीं दबाना चाहिए। आत्मविश्वास बनाए रखने के लिए निरंतर अभ्यास और खुद को चुनौती देना आवश्यक है। इस पोस्ट ने उन पाँच बिंदुओं को बहुत स्पष्ट रूप से उजागर किया है, जिससे फैंस को उनके यात्रा को समझने में मदद मिलेगी।

Roma Bajaj Kohli

Roma Bajaj Kohli

14 जून / 2024

भाइयों, सुशांत की कहानी हमारे राष्ट्रीय अभिमान की सबसे बड़ी मिसाल है-जैसे कि वह अपनी कला से भारतीय सिनेमा को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने की कोशिश में लगा था। उनके संघर्ष को समझना यानी हमारे सांस्कृतिक स्वावलंबन की बुनियाद को समझना।

Nitin Thakur

Nitin Thakur

14 जून / 2024

देखो यहाँ तो बस वही लिखा है जो हर कोई कहता है पर असली बात तो यह है कि सुशांत ने कभी अपने सपने नहीं छोड़ें और लोगों को भी वही करना चाहिए

Arya Prayoga

Arya Prayoga

14 जून / 2024

उसकी मेहनत को सराहना चाहिए। लेकिन सफलता सिर्फ शौक नहीं, मेहनत और धीरज दोनों चाहिए।

Vishal Lohar

Vishal Lohar

14 जून / 2024

ओह माय गॉड, सुशांत की कहानी सुनकर तो आँखों में आँसू आ गए! वो लड़का जो इंजीनियरिंग छोड़ कर सपनों की ओर भाग गया, जैसे कोई नायक फिल्म से आया हो। इस पोस्ट ने तो हमें उस नाटकीय सफ़र की हर छोटी‑छोटी डिटेल दे दी, बस फिर क्या, दिल से बधाई!

Vinay Chaurasiya

Vinay Chaurasiya

14 जून / 2024

बिलकुल सही!; उसके संघर्ष को देखना वाकई प्रेरणादायक है; लेकिन यह भी याद रखना चाहिए कि हर कोई ऐसा नहीं कर पाता; इसलिए हमें संतुलन की जरूरत है;।

Selva Rajesh

Selva Rajesh

14 जून / 2024

सुशांत का जीवन एक महाकाव्य है-हर मोड़ पर एक नया संघर्ष, हर जीत पर एक नया जश्न! जब वह थिएटर में मंच पर खड़ा होता, तो हवा में कुछ अलग ही महकती, और अब जब हम उसकी कहानी पढ़ते हैं, तो दिल धड़का उठा। इस पोस्ट ने उसकी मेहनत को बिल्कुल सही तरीके से दर्शाया है, इसे पढ़कर मैं भी प्रेरित महसूस कर रही हूँ।

Ajay Kumar

Ajay Kumar

14 जून / 2024

सुशांत की यात्रा को समझने के लिए हमें उसके शुरुआती दिनों को देखना होगा। वह पटना से दिल्ली आया, जहाँ उसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की। लेकिन मंच की आवाज़ ने उसे खींचा और वह धीरे‑धीरे थियेटर की ओर बढ़ा। दिल्ली के नादिरा बब्बर ग्रुप ने उसे मंच पर चमने का अवसर दिया। वहाँ उसने अभिनय की मूल बातें सीखी और मंच पर आत्मविश्वास स्थापित किया। बाद में वह श्यामक डावर के डांस ग्रुप में शामिल हुआ। नृत्य के माध्यम से उसने शारीरिक अभिव्यक्ति को गहरा किया। इस दोहरी ट्रेनिंग ने उसे स्क्रीन पर बहुमुखी बनायाआ। टेलीविज़न की शुरुआत 'किस देश में है मेरा दिल' से हुई। यहाँ उसने अपने करिश्माई अंदाज़ से दर्शकों को मोहित किया। उसके बाद 'पवित्र रिश्ता' ने उसे घर-घर में प्रसिद्ध कर दिया। वह इस किरदार में गहरी भावनात्मकता लाया, जिससे दर्शकों का दिल छू गया। फिर वह विभिन्न रियलिटी शो में भाग लेकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा दिखाने लगा। इन सभी अनुभवों ने उसे फिल्म उद्योग में एक मजबूत मंच प्रदान किया। अंत में, उसकी अचानक और रहस्यमयी मृत्यु ने कई सवाल़ खड़े कर दिए, लेकिन उसकी कला अभी भी जीवित है।

Ravi Atif

Ravi Atif

14 जून / 2024

सुशांत की कहानी पढ़कर बहुत कुछ महसूस हुआ 🤔✨ उनकी मेहनत और जुनून हमें भी अपने सपनों की तरफ आगे बढ़ने का प्रोत्साहन देता है। इस पोस्ट में जो भी तथ्य दिए गए हैं, वो उनके फैंस के लिए बहुत ही क़ीमती हैं।

Krish Solanki

Krish Solanki

14 जून / 2024

वास्तव में, इस लेख में प्रस्तुत तथ्यों की वैधता पर संदिग्धता रखी जानी चाहिए। स्रोतों की जांच के अभाव में, प्रस्तुत जानकारी को आधिकारिक मानना जोखिमपूर्ण हो सकता है।

SHAKTI SINGH SHEKHAWAT

SHAKTI SINGH SHEKHAWAT

14 जून / 2024

क्या आप नहीं सोचते कि यह पूरी साजिश है?

sona saoirse

sona saoirse

14 जून / 2024

सुशांत की मरेख़ का केस तो बिल्कुल ही फेक है यही सबको पता होना चाहिए लेकिन लोग फिर भी फँसते हैं।

VALLI M N

VALLI M N

14 जून / 2024

देश की शान बढ़ाने वाला कलाकार सुशांत को याद करके गर्व महसूस होता है :) उसकी मेहनत हम सबके लिए प्रेरणा है, बुराई को कोई दिक्कत नहीं।

Aparajita Mishra

Aparajita Mishra

14 जून / 2024

हँसी आती है ये पढ़के कि लोगों को अभी भी इस तरह के “संघर्ष” से दो-तीन वाक्य में समझा रहे हैं, जैसे कि सब को हाई स्कूल में पढ़ाया जाता है। फिर भी, सही में, उसके संघर्ष ने कई नौजवानों को आगे बढ़ाया।

Shiva Sharifi

Shiva Sharifi

14 जून / 2024

सच में सुशांत की कहानी बहुत मोटीवेटिंग है। हम सबको ले करना चहिए उसकी तरह कडा मेहनेट।

Ayush Dhingra

Ayush Dhingra

14 जून / 2024

यह लेख थोड़े बेकार लगता है, कुछ नया नहीं बताया गया। लेकिन कम से कम सुशांत की कठिनाइयों का ज़िक्र किया है, इसलिए ठीक है।

Vineet Sharma

Vineet Sharma

14 जून / 2024

सच में, सुशांत के छह महीने के ब्लैकआउट के बाद के कदमों को देखकर लगता है कि वक्त ने उसे 'ब्रेक' दिया, नहीं तो शायद कहीं और चमकते।

Aswathy Nambiar

Aswathy Nambiar

14 जून / 2024

मेरे ख्याल से ये सब तो बस एक लीडरशिप स्टोरी है जो हर किसी को हंसाई है, लेकिन असली बात तो ये है कि वो बंदा कब तक फैंस को खींचेगा?

Ashish Verma

Ashish Verma

14 जून / 2024

सुशांत की यात्रा भारतीय सांस्कृतिक विविधता की एक झलक है 🎭, वह न केवल बॉलीवुड में बल्कि छोटे-छोटे थियेटर समूहों में भी अपनी छाप छोड़ गया।

Akshay Gore

Akshay Gore

14 जून / 2024

अरै यार ये सब बॉस का मिलान नहीं है सब इथेचु बवटिश हैं, काला बग़ैर दोधारी पेंटा।

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