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बॉलीवुड में अपने अभिनय के दम पर एक अलग पहचान बनाने वाले सुशांत सिंह राजपूत आज भी अपने फैंस के दिलों में बसे हैं। उनकी चौथी पुण्यतिथि पर उनके संघर्ष के पांच महत्वपूर्ण तथ्य हमारे सामने आए हैं, जिन्हें जानकर आप उनके संघर्ष को और करीब से समझ पाएंगे।
सुशांत की प्रारंभिक शिक्षा पटना और दिल्ली में हुई। उनके सपने बड़े थे, और दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (DCE) से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग (बी.ई.) करने के लिए उन्होंने कदम बढ़ाए। लेकिन अभिनय, नृत्य और थिएटर की ओर बढ़ते अपने जुनून के कारण उन्होंने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई को अधूरा छोड़ दिया। सुशांत का ये फैसला तब बहुत बड़ा था, लेकिन यही उनका पहला कदम साबित हुआ उनके अभिनय करियर की ओर।
सुशांत ने टीवी शो 'पवित्र रिश्ता' में मुख्य किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई। लेकिन इसके बाद वर्ष 2011 में उन्हें छह महीनों तक काम नहीं मिला। यह दौर सुशांत के लिए बहुत कठिनाइयों भरा रहा। आत्मविश्वास को बनाए रखना और लगातार संघर्ष करते रहना, यही उनके व्यक्तित्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
सुशांत ने अपने अभिनय की शुरुआत दिल्ली में नादिरा बब्बर के 'Ekjute' थिएटर ग्रुप से की। थिएटर के मंच पर उन्होंने अपनी अभिनय प्रतिभा को और निखारा। इसके साथ ही वे श्यामक डावर के डांस ग्रुप का भी हिस्सा थे, जहां उन्होंने नृत्य कला की बारीकियों को सीखा। यह अनुभव सुशांत को आगे चलकर उनकी फिल्मों में बहुत काम आया।
बेशक सुशांत को सबसे ज्यादा प्रसिद्धि 'पवित्र रिश्ता' से मिली, लेकिन उनका टीवी डेब्यू 'किस देश में है मेरा दिल' से हुआ था। इस शो में उन्होंने प्रीत जूनजा का किरदार निभाया। इसके बाद उन्होंने रियलिटी शो 'ज़रा नचके दिखा' और 'झलक दिखला जा' में भी हिस्सा लिया। रियलिटी शो में उनका प्रदर्शन दर्शकों को खासा पसंद आया।
सुशांत की मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। मुंबई स्थित उनके फ्लैट में उन्हें मृत पाया गया, और मुंबई पुलिस ने इसे प्रारंभिक रूप में आत्महत्या बताया। लेकिन इस मामले ने तेजी से राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचा, जिसके चलते सीबीआई और अन्य एजेंसियों को इस केस में शामिल किया गया। उनकी मौत का कारण अब भी रहस्य बना हुआ है। उनके जीवनसाथी रिया चक्रवर्ती और फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया, हालांकि वे अब जमानत पर बाहर हैं।
सुशांत सिंह राजपूत के जीवन में संघर्ष के ये पांच तथ्य उनकी कठिनाइयों और उनकी अटूट इच्छा शक्ति को दर्शाते हैं। यह उनका संघर्ष ही था, जिसने उन्हें अभिनय की दुनिया में एक अलग मुकाम तक पहुंचाया। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि कैसे एक व्यक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए हर कठिनाई का सामना कर सकता है। आज भी सुशांत अपने फैंस के दिलों में जिंदा हैं, और उनकी यही कहानी उनकी यादों को ताजगी बनाए रखती है।
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