5 जुलाई, 2024
10 अक्तूबर, 2024
27 अगस्त, 2024
अमेरिकी AI चिप निर्माता Nvidia ने अपने उल्लेखनीय प्रदर्शन के चलते माइक्रोसॉफ्ट को पछाड़ते हुए दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई है। Nvidia के शेयरों में 3.5% की बढ़ोतरी हुई, जिसने कंपनी के बाजार पूंजीकरण को $3.34 ट्रिलियन तक पहुंचा दिया। जहां माइक्रोसॉफ्ट का बाजार पूंजीकरण $3.32 ट्रिलियन और एप्पल का $3.27 ट्रिलियन पर ठहरा। यह वृद्धि केवल इस वर्ष संभव नहीं हुई है; कंपनी के शेयरों ने पिछले वर्ष में 239% की अद्वितीय बढ़ोतरी दिखाई।
AI चिप्स की मांग में वृद्धि ने Nvidia को भारी लाभान्वित किया है। वर्तमान में कंपनी के पास वैश्विक AI चिप बाजार के 70% हिस्से का स्वामित्व है। यह उन्नति Nvidia के उत्पादों की उच्च गुणवत्ता और उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता का परिणाम है। प्रथम तिमाही में कंपनी के राजस्व में 262% और मुनाफे में 462% की वृद्धि दर्ज की गई। इन आंकड़ों से साफ है कि Nvidia ने खुद को इस क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है।
Nvidia के संस्थापक और CEO, जैन्सन हुआंग ने घोषणा की है कि 2026 में कंपनी उन्नत AI चिप प्लेटफार्म Rubin का शुभारंभ करेगी, जो वर्तमान में डेटा सेंटर्स के लिए चिप्स सप्लाई करने वाले Blackwell की जगह लेगी। यह नया प्लेटफार्म Nvidia के लिए एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है और कंपनी के शेयर मूल्य को और भी उच्चतर स्तर पर ले जा सकता है।
आश्चर्य की बात यह है कि Nvidia की संभव अद्वितीय वृद्धि से केवल कंपनी को ही नहीं, बल्कि उनके संस्थापक जैन्सन हुआंग को भी भारी लाभ हुआ है। उनका भविष्यवाणी उन्हें भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख व्यक्तित्वों, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी, से आगे ले गया है। यह बात ध्यान देने योग्य है कि ये दोनों भारतीय उद्योगपति लंबे समय से वैश्विक संपत्ति के चार्ट में शीर्ष पर थे।
विश्लेषकों का मानना है कि Nvidia के शेयर जारी में भी वृद्धि की संभावना है। कंपनी की स्थिर आय और चिप्स की बढ़ती मांग का यह संकेत है कि कंपनी का भविष्य उज्वल है। बाजार के जानकार मानते हैं कि Nvidia दूसरी कंपनियों के लिए भी एक पेगन है, जो उन्नत तकनीक और उच्च उत्पादकता से अपने शेयरधारकों के लिए बड़ी संभावनाएँ पैदा कर रही है।
यह यकीनन सच है कि Nvidia की इस महत्वपूर्ण यात्रा ने दुनिया भर के निवेशकों और टेक्नोलॉजी जगत में एक नई मिसाल कायम की है। कंपनी ने यह दिखाया है कि किस प्रकार से उच्चतम गुणवत्ता और उपभोक्ता आवश्यकता की पहचान से किसी भी कंपनी को वैश्विक प्रभुत्व की ओर ले जाया सकता है। यह कहानी दूसरों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बन सकती है, जो आर्थिक और तकनीकी मोर्चों पर अपने सपनों को पूरा करने में लगे हैं।
समापन में, Nvidia की यह उपलब्धि दर्शाती है कि कम्पनी ने अपने क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की है। कंपनी का अथक परिश्रम और उच्च कोटि के उत्पादों की पेशकश ने इसे विश्व की सबसे बड़ी सार्वजनिक कंपनी बना दिया है, और इसका भविष्य सचमुच उज्ज्वल दिखता है।
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