रिंकू सिंह और प्रिया सरोज: क्रिकेटर और सांसद का रिश्ता सुर्खियों में
टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज Rinku Singh एक बार फिर लाइमलाइट में आ गए हैं, लेकिन इस बार उनकी बात बैटिंग के नहीं, बल्कि उनकी पर्सनल लाइफ के चर्चे हो रहे हैं। रिंकू सिंह की शादी की खबरें हमेशा चर्चा का विषय बनती रही हैं, लेकिन अब मामला बिलकुल पुख्ता हो चुका है। रिंकू जल्द ही समाजवादी पार्टी की नव-निर्वाचित सांसद प्रिया सरोज के साथ सात फेरे लेने जा रहे हैं। दोनों परिवारों ने मिलकर शादी की तारीखें तय कर दी हैं।
रिंकू सिंह, जो कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए पहचाने जाते हैं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छाप छोड़ चुके हैं। वे अब तक इंडिया के लिए 33 टी20 और 2 वनडे खेल चुके हैं। वहीं, प्रिया सरोज 26 साल की उम्र में ही सबसे कम उम्र की लोकसभा सांसद बन गईं। उत्तर प्रदेश की मछलीशहर सीट से सांसद बनीं प्रिया की पृष्ठभूमि भी कम दिलचस्प नहीं है—वह सुप्रीम कोर्ट में वकील रह चुकी हैं और अमिटी यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई की है।
इन दोनों की मुलाकात परिवार की पहचान के ज़रिए हुई। शुरुआत में जनवरी 2025 में इनकी सगाई की खबरें सामने आई थीं, लेकिन उन पर विराम तब लगा जब खुद प्रिया के पिता तूफानी सरोज (पूर्व सांसद और विधायक) ने कहा कि अब तक औपचारिक बातचीत ही हो रही है। वहीं, अब परिवारों के बीच सहमति के बाद, 8 जून को लखनऊ में सगाई और 18 नवंबर को बनारस के होटल ताज में शादी की तारीख तय की गई है।
शादी की तैयारियां, मेहमान और चर्चाओं का बाजार गर्म
इनकी सगाई का समारोह बेहद सीमित लगाया जाएगा—सिर्फ पसंदीदा रिश्तेदार और करीबी दोस्त ही इसमें शामिल होंगे। लेकिन वाराणसी में होने वाली शादी धमाकेदार रहने वाली है, जिसमें क्रिकेट, बॉलीवुड, राजनीति और व्यापार जगत की प्रमुख हस्तियां न्योते जाएंगी। आसपास के इलाकों में अभी से चर्चा शुरू हो चुकी है कि कौन-कौन सितारा इस शादी में शामिल हो सकता है।
प्रिया सरोज को महज़ 25 साल की उम्र में संसद पहुँचना भी कमाल की उपलब्धि मानी जा रही है। उनकी पढ़ाई-लिखाई दिल्ली में हुई है और वकालत का अनुभव भी उन्हें अलग पहचान देता है। वहीं, रिंकू सिंह अपने संघर्ष और खेल के जुनून से लाखों युवा फैंस के आइकन बने हुए हैं। दोनों का साथ आना सिर्फ एक निजी रिश्ते की बात नहीं, इनकी शादी के बहाने क्रिकेट और राजनीति की दुनिया एक मंच पर नज़र आएगी।
यह शादी उत्तर प्रदेश की राजनीति और क्रिकेट प्रशंसकों के लिए चर्चा और उत्सुकता का विषय बनी हुई है। अब सभी की निगाहें इसी पर टिकी हैं कि इस बिग फैट वेडिंग में और कौन-कौन सा सितारा दिखाई देगा।
Ayush Dhingra
1 जून / 2025आजकल हर कोई व्यक्तित्व की चमक में डूबा रहता है, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि शौहर-शादी का असली महत्त्व क्या है। रिंकू साहब की गेंदबाज़ी चाहे कितनी ही तेज़ हो, उनका दायित्व अब दो जीवन को एक साथ चलाने का है। यही बात हर युवा को समझनी चाहिए कि पेशेवर जीवन के साथ निजी ज़िम्मेदारियों को भी संतुलित करना कितना ज़रूरी है।
प्रिया सरोज जैसी जनता की आवाज़ बनने वाली युवती को भी यह समझना चाहिए कि सत्ता की कुर्सी पर बैठना सिर्फ अधिकार नहीं, बल्कि कर्तव्य भी है।
यह विवाह एक बड़ी उत्सव नहीं, बल्कि दो सामाजिक दायित्वों का एकीकरण है।
जब जनता हमें देखती है, तो हमें वही दिखाना चाहिए जो हम वास्तव में चाहते हैं – ईमानदारी, परिश्रम और समाज के प्रति समर्पण।
हर शादी में चमक और शोर होता है, पर असली चमक तो तब आती है जब दोनों साथी एक-दूसरे को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं।
इसी कारण से मैं मानता हूँ कि इस शादी को सिर्फ मीडिया की सनसनी नहीं, बल्कि एक सामाजिक संदेश के रूप में देखना चाहिए।
जब खेल और राजनीति दोनों की सीमाएँ धुंधली हो जाती हैं, तभी जनता को झूठे नायक के रूप में नहीं, बल्कि वास्तविक प्रेरणा के रूप में देखना चाहिए।
उम्मीद है कि यह जोड़ी अपने-अपने क्षेत्रों में नई ऊँचाइयों को छुएगी, और साथ ही आम लोगों के लिए भी एक आदर्श स्थापित करेगी।
हर बड़े समारोह में हमें याद रखना चाहिए कि जनता की उम्मीदें और सपने हमेशा साथ ही चलने चाहिए।
विवाह का मूल उद्देश्य दो दिलों का मिलन है, पर सार्वजनिक जीवन में इसका अर्थ और भी गहरा हो जाता है।
इसलिए, रिंकू और प्रिया को सिर्फ पार्टी में नहीं, बल्कि अपने-अपने मूल्यों को आगे बढ़ाने का भी दायित्व है।
जब हम एक दूसरे को समर्थन देते हैं, तो समाज का विकास भी होता है।
अब समय आ गया है कि हम इस शादी को एक नई शुरुआत मानें, न कि सिर्फ़ एक पॉपुलर इवेंट।
आइए, इस मौके को एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में इस्तेमाल करें।
अंत में, मैं यही कहूँगा – देखिए उनका प्यार नहीं, बल्कि उनका उद्देश्य देखिए।