पाकिस्तान महिला टीम ने लाहौर में 3रे ODI में साउथ अफ़्रीका को 6 विकेट से हराया, नश्रा संधू की बॉलिंग ने मचाई धूम

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पाकिस्तान महिला टीम ने लाहौर में 3रे ODI में साउथ अफ़्रीका को 6 विकेट से हराया, नश्रा संधू की बॉलिंग ने मचाई धूम

जब साउथ अफ़्रीका ने चुना बैटिंग, पाकिस्तान ने दिखाया बॉलिंग का जादू

23 सितंबर 2025 को लाहौर के घनी भीड़ ने देखा एक रोमांचक मुकाबला, जहाँ साउथ अफ़्रीका महिला टीम ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। शुरुआती ओवर में ओपनर दोनो ने मिलकर 38 रन जोड़े, जिससे टीम को शुरुआती स्थिरता मिली। लारा वोलवर्ड्ट ने 28 रन बनाकर सबसे तेज़ स्कोर किया, लेकिन उसका सफ़र दीआना बाइग के हाथों समाप्त हो गया। वोलवर्ड्ट को 23 गेंदों पर 6 चौराहे लगाकर 121.73 की स्ट्राइक रेट के साथ आउट किया गया।

वोलवर्ड्ट के बाद कराबो मेसो, सुने लुस और मीआने स्मित ने क्रमशः 12, 10 और 9 रन बनाकर थोड़ी‑थोड़ी कोशिश की, पर पाकिस्तान की तेज़ बॉलिंग ने उनका भरोसा तोड़ दिया। कुल मिलाकर साउथ अफ़्रीका 115 रन ही बनाकर 25.5 ओवर में सभी आउट हो गई। यह उन दिनों में बेहतरीन बॉलिंग का नतीजा था, जहाँ हर बॉल पर दबाव रहा।

नश्रा संधू की बॉलिंग ने साबित किया काबिलियत, पाकिस्तान ने लक्ष्य आसानी से चलाई

नश्रा संधू की बॉलिंग ने साबित किया काबिलियत, पाकिस्तान ने लक्ष्य आसानी से चलाई

पाकिस्तान की बॉलिंग में सबसे बड़ा तारा नश्रा संधू थी। उसने कई प्रमुख विकेट लिये, खासकर वोलवर्ड्ट जैसे सेट बैटर को हटाकर मैच का मोड़ बदल दिया। उसके साथ दीआना बाइग ने भी शुरुआती ओवर में महत्वपूर्ण ब्रेक थ्रो किया, जिससे साउथ अफ़्रीका का क्रम टूट गया। रमेन्द शमीम और ओमैमा सोहैल ने भी सहयोगी ओवर दिये, जिससे विरोधी टीम की स्कोरिंग रोकी गई।

पाकिस्तान ने लक्ष्य को 117 रन तैयार किया और 31 ओवर में 4 विकेट गिरते हुए इसे हासिल किया। टीम ने धीरज से खेला, जल्दी‑जल्दी आउट हुए बटरफ़्लाई नहीं बना। चेनगीड़ (छोटा) पिच की मदद से फील्डर्स ने भी कई साफ़ कैच लिए, जिससे बॉलर की मेहनत और रंग लाई। नश्रा संधू ने अपने 2‑3.wicket वाली शानदार परफ़ॉर्मेंस को Nashra Sandhu के नाम से यादगार बना दिया।

यह जीत सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि पाकिस्तान महिला टीम की होम ग्राउंड पर बढ़ती ताकत का सबूत है। बॉलिंग और बैटिंग दोनों विभागों ने मिलकर दिखाया कि वे कवरेज की कौन‑सी भी चुनौती ले सकते हैं। जीत के साथ टीम का मनोबल भी ऊँचा हो गया, जिससे अगली मैचों में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद बढ़ी।