जब वैभव सूर्यवंशी, 27 मार्च 2011 के 14‑साल के प्रतिभा‑सूर्य ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की घोषणा में उप‑कप्तान का पद स्वीकार किया, तो देश‑भर के क्रिकेट प्रेमियों का दिल धड़क उठा। यह घोषणा पटना के मोइन‑उल‑हक स्टेडियम में 15 अक्टूबर 2025 को शुरू होने वाले रनेजी ट्रॉफी प्लेट लीग मैच के लिए की गई थी।
इतिहासिक पृष्ठभूमि और युवा सितारे की यात्रा
वैभव का जन्म समस्तीपुर के ताजपुर गाँव में हुआ। उसके पिता ने चार साल की उम्र में ही उसकी बैटिंग के जुनून को पहचान लिया और स्थानीय अकादमी में दाखिला दिलवाया। नौ वर्ष की आयु में वह मनिष ओझा, पूर्व रनेजी खिलाड़ी, के मार्गदर्शन में खुद को तराशता गया। 12 साल की उम्र में उसने 400 रन पांच मैचों में बनाकर विनू मंकड़ ट्रॉफी में अपनी जगह पक्की की।
जनवरी 2024 में, 12 साल और 284 दिन की उम्र में, वैभव ने रनेजी ट्रॉफी में अपना डेब्यू किया, जिससे वह बिहार के लिए दूसरा सबसे छोटा खिलाड़ी और कुल मिलाकर चौथा सबसे छोटा बन गया। वही साल, उसने अपने आईपीएल अनुबंध को 1.1 करोड़ रुपये पर राजस्थान रॉयल्स के साथ साइन किया, जिससे वह 13 साल की उम्र में सबसे छोटे आईपीएल खिलाड़ी बन गया।
विस्तृत तथ्य और रिकॉर्ड्स
- 15 अक्टूबर 2025 को पटना में बिहार बनाम अरुणाचल प्रदेश पहला प्लेट‑लीग मैच; शुरूआती टाइम 09:00 IST।
- साकीबुल गानी (कप्तान) के साथ वैभव की बायें हाथी बटिंग शैली को टीम ने ‘दफ़न‑सुरक्षित’ कहा।
- आईपीएल 2025 में 7 मैचों में 252 रन, 34‑20‑बॉल इनिंग में 101 रन (35 बॉल) – इतिहास में सबसे छोटा सदी‑स्कोरर।
- युवा टेस्ट में 58 बॉल में शतक – भारत अंडर‑19 बनाम ऑस्ट्रेलिया अंडर‑19 में अब तक की तेज़ी।
- विमानस्थल के पहले ओवर में 17 रन की माँग पूरी करने के लिए तीन लगातार छक्के मारकर सभी को आश्चर्यचकित किया।
भविष्य की योजना में, वैभव अब राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजु सैमसन और ओपनिंग बैटर यशस्वी जैसवाल के साथ ट्रेंनिंग कर रहा है, जिससे उसकी तकनीक और दबाव में खेलने की क्षमता और निखर रही है।
प्रतिक्रिया और विभिन्न पक्षों की राय
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के मुख्य चयनकर्ता प्रदीप सिंह ने कहा, “उसे उप‑कप्तान बनाना सिर्फ उम्र का सवाल नहीं, बल्कि उसकी मैच‑फ़ील्ड समझ और टीम‑मनस्तात्व की वजह से है।” एसोसिएशन के अध्यक्ष केशव कुमार ने एक प्रेस रिलीज़ में बताया, “वैभव की परिपक्वता और टैलेंट हमें भरोसा दिलाती है कि वह टीम को नई ऊँचाई तक ले जा सकेगा।”
बिहार की फैन्स ने सोशल मीडिया पर "छोटा मगर तेज़" टैग के साथ दहिलों की बौछार कर दी। वहीं क्रिकेट विश्लेषक राजीव वर्मा का कहना है, “रनेजी स्तर पर इतनी कम उम्र में नेतृत्व देना जोखिमभरा हो सकता है, पर अगर वह अपनी तकनीक और मनोबल बनाए रखता है तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए नया मानक स्थापित कर सकता है।”

प्रभाव और व्यापक विश्लेषण
बिहार टीम पिछले सत्र में कोई जीत नहीं कर पाई, जिससे वह प्लेट‑लीग में गई। वैभव का उप‑कप्तान बनना टीम के मनोबल को नई ऊर्जा देगा। युवा खिलाड़ियों के लिए यह सिग्नल है कि उम्र अब सीमित नहीं है—प्रदर्शन ही मोनिटरिंग का मुख्य मानदंड है। इस कदम से भारतीय डोमेस्टिक क्रिकेट में टैलेंट‑स्काउटिंग की प्रक्रियाएँ भी बदल सकती हैं, क्योंकि अब अकादमी‑स्तर के खिलाड़ी भी जल्दी‑जल्दी राष्ट्रीय मंच पर धूम मचा रहे हैं।
दूसरी ओर, कुछ पुरानी पीढ़ी की आवाज़ें इस बात पर चिंता जताती हैं कि बहुत कम उम्र में नेतृत्व देने से खिलाड़ी पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे दीर्घ‑कालिक करियर में बाधा आ सकती है। लेकिन बihar क्रिकेट संघ ने कहा है कि वैभव को मानसिक कोचिंग और टीम‑मैनेजमेंट से सशक्त किया जाएगा।
आगे क्या उम्मीदें?
पहले दो मैचों के बाद चयन समिति वैभव की परफॉर्मेंस के आधार पर उप‑कप्तान की अवधि का पुनर्मूल्यांकन करेगी। यदि वह मध्य क्रम में स्थिरता दिखाता है तो वह पूरे सत्र में एक प्रमुख भूमिका निभा सकता है। साथ ही, आईपीएल में उसके हिटिंग प्रोफ़ाइल को देखते हुए, राष्ट्रीय चयनकर्ता भी उसकी संभावनाओं को नज़रअंदाज़ नहीं कर रहे हैं। संभव है कि अगले साल के अंडर‑19 विश्व कप में भी वह टीम के मुख्य खिलाड़ी बन जाए।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
वैभव सूर्यवंशी के उप‑कप्तान बनने से बihar टीम को क्या लाभ होगा?
उम्र के बावजूद वैभव की तकनीकी शक्ति और दबाव संभालने की क्षमता टीम के युवा खिलाड़ियों में आत्मविश्वास पैदा करेगी। वह मैदान में तेज़ निर्णय ले सकता है, जिससे बihar को शुरुआती ओवर में रनों का प्रवाह बनाए रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, उसकी आईपीएल अनुभव से टीम के फील्डिंग और रणनीतिक योजना में भी सुधार होगा।
क्या इस चयन से बihar के भविष्य में युवा प्रतिभा को मौका मिलेगा?
हां, यह एक प्रेरक उदाहरण है। जब बihar क्रिकेट एसोसिएशन ने वैभव को उप‑कप्तान बनाया, तो यह संकेत देता है कि प्रदर्शन ही प्रमुख मानदंड है, न कि उम्र। इससे अकादमी‑स्तर के कई युवा खिलाड़ी अपने सपनों को सच करने के लिए बेधड़क प्रयास करेंगे।
वैभव के पहले दो रनेजी मैचों की कब से कब तक समय‑सारणी है?
बihar का पहला प्लेट‑लीग मैच अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 15 अक्टूबर 2025 को सुबह 9:00 IST पर मोइन‑उल‑हक स्टेडियम, पटना में खेला जाएगा। दूसरा मैच 22 अक्टूबर को समान स्थान पर निर्धारित है। दोनों मैचों में वैभव मध्य क्रम में बैटिंग करेंगे।
वैभव के आईपीएल रिकॉर्ड्स का रनेजी में कैसे असर पड़ेगा?
आईपीएल में तेज़ स्कोरिंग और छक्का मारने की आदत वैभव को रनेजी में आक्रामक शुरुआत देने में मदद करेगी। हालांकि रनेजी की लंबी प्रारूप में टिकाऊ पिच की जरूरत होती है, इसलिए कोचिंग स्टाफ ने उसे धीरज और खेल के बड़े हिस्से को पढ़ने की ट्रेनिंग दी है।
भविष्य में वैभव को राष्ट्रीय टीम में देखना संभव है?
अगर वह रनेजी में निरंतर प्रदर्शन करता रहा और आईपीएल में अपनी फॉर्म बनाए रखता है, तो भारतीय टीम के चयनकर्ता उसे अंडर‑19 और फिर वरिष्ठ स्तर पर जरूर देखेंगे। विशेषज्ञों का मानना है कि उसकी बहु‑फ़ॉर्मेट क्षमता उसे राष्ट्रीय स्तर के लिए एक मूल्यवान विकल्प बनाती है।
Shivam Pandit
15 अक्तूबर / 2025वाह! वैभव का उप‑कप्तान बनना टीम के लिए सच्चा वरदान है! उसकी बायें हाथी बटिंग शैली बहुत लचीली है! युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा देती है! आशा है कि इस नेतृत्व में बिहार की जीत की लहर आएगी।