तीसरा चरण स्तन कैंसर: समझें सरल बातें और क्या करना चाहिए

अगर आपको या आपके किसी करीबी को "तीसरा चरण स्तन कैंसर" बताया गया है तो पहले घबराएं मत। यह चरण आमतौर पर बताता है कि कैंसर बड़ी ट्यूमर या पास के लिम्फ नोड्स में फैल चुका है, पर शरीर के दूर-दराज अंगों तक नहीं गया। इससे इलाज मुश्किल जरूर होता है, पर विकल्प मौजूद हैं और कई लोग अच्छे परिणाम पाते हैं।

सबसे पहले यह समझ लें कि चरण 3 में भी कई उप-प्रकार होते हैं—जैसे 3A, 3B, 3C—जो ट्यूमर का आकार और लिम्फ नोड्स पर असर के आधार पर अलग होते हैं। निदान में आम तौर पर मैमोग्राम, अल्ट्रासाउंड, MRI और बायोप्सी शामिल होती है। बायोप्सी से पता चलता है कि ट्यूमर हार्मोन-रीसेप्टर पॉजिटिव है या HER2 नेगेटिव/पॉजिटिव। यह जानकारी इलाज तय करने में बहुत मदद करती है।

इलाज के विकल्प

तीसरे चरण का इलाज अक्सर मल्टीपल तरीकों का संयोजन होता है। सर्वाधिक सामान्य योजनाएं ये हैं: नेओएड्जुवेंट केमोथेरेपी (सर्जरी से पहले), सर्जरी (ब्रेस्ट-क conserving या मैस्टेक्टमी), पोस्टऑपरेटिव रेडिएशन, और बाद में टार्गेटेड या हार्मोनल थेरेपी।

यदि ट्यूमर HER2 पॉजिटिव है तो ट्रास्टुजुमैब जैसे टार्गेटेड दवाओं का उपयोग होता है। हार्मोन-रीसेप्टर पॉजिटिव मामलों में टैमोक्सिफ़ेन या एरोमेटेज़ इनहिबिटर दी जाती है। केमोथेरेपी के साइड इफेक्ट्स से निपटने के लिए डॉक्टर दवा के साथ सपोर्टिव केयर भी देंगे—एन्टीएमेटिक्स, संक्रमण से बचाव और पोषण पर ध्यान।

रोज़मर्रा की मदद और सवाल जो पूछा जाना चाहिए

हॉस्पिटल जाने पर ये सवाल पूछें: मेरा ट्यूमर किस प्रकार का है? उपचार का लक्ष्य क्या है—कुरे या नियंत्रण? सर्जरी के बाद रिकवरी कैसी होगी? साइड इफेक्ट्स और उनका प्रबंधन क्या होगा? क्या मुझे क्लिनिकल ट्रायल के लिए उपयुक्त माना जा सकता है?

दैनिक जीवन में पोषण और आराम जरूरी है। प्रोटीन और हरी सब्ज़ियों पर ध्यान रखें। हल्की एक्सरसाइज़, योग और छोटी-छोटी वॉक से थकान कम हो सकती है। मानसिक मदद भी उतनी ही जरूरी है—फैमिली, काउंसलर या सपोर्ट ग्रुप से जुड़ें।

दूसरी राय लेना अक्सर फायदेमंद होता है, खासकर जब बड़ी सर्जरी या नया टार्गेटेड इलाज प्रस्तावित हो। पल्लिएटिव केयर का मतलब दर्द और लक्षणों का बेहतर प्रबंधन है; यह सिर्फ अंतिम चरण के लिए नहीं होता, बल्कि इलाज के साथ भी लिया जा सकता है।

याद रखें, हर केस अलग होता है। इलाज की सफलता पर ट्यूमर के प्रकार, उम्र, सामान्य स्वास्थ्य और इलाज की समयबद्धता असर डालती है। अपने डॉक्टर से साफ और जुड़े सवाल पूछें और फैसलों में सक्रिय भाग लें। यह कठिन रास्ता है, पर जानकारी और सही समर्थन से बेहतर परिणाम संभव हैं।