जब हम नरेंद्र मोदी, भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री, जिनकी पहचान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी स्थापित है. Also known as मोदी जी, उन्होंने भारत, दक्षिण एशिया का बड़ा लोकतांत्रिक देश को कई नई दिशा‑निर्देशों से सजाया। उनका प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म भारतीय जनता पार्टी, हिंदुत्व‑आधारित राष्ट्रीय दल, जो 2014 से लगातार केंद्र में है है, और उनका प्रमुख योगदान आर्थिक सुधार, GST, डिजिटल भुगतान, विदेशी निवेश नियमों में परिवर्तन में देखा जाता है। Modi का नाम अब सिर्फ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्रीय परिवर्तन का प्रतीक बन गया है।
राजनीतिक रूप से, मोदी ने 2001 में भाजपा के युवा मोर्चे से शुरू करके 2014 के आम चुनाव में दो बार जीत हासिल की, जिससे उन्होंने केंद्र‑राज्य संबंधों में नई संधि बनाई। उनका विकास‑उन्मुख एजेंडा, जो "सुबह भारत" के आदर्श पर आधारित है, ने राज्य‑स्तर के नेताओं को भी राष्ट्रीय स्तर पर आकर्षित किया। इस यात्रा में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े चुनावी गठजोड़ बनाए और सामाजिक संगठनों को राजनैतिक मंच पर लाया।
आर्थिक सुधारों के संदर्भ में, मोदी की नीति ने "डिजिटलीकरण" को एक राष्ट्रीय प्राथमिकता बना दिया। GST का एकीकृत कर ढांचा, स्टार्ट‑अप इंडिया, मेक इन इंडिया जैसी पहलें छोटे और बड़े उद्यमियों को नई ऊर्जा देती हैं। विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) में 100% अनुमति और बुनियादी ढांचे में बड़े खर्च ने निर्माण, ऊर्जा और लॉजिस्टिक्स क्षेत्रों में तेज़ी लाई। इन कदमों ने भारत की जीडीपी वृद्धि को 7% से ऊपर धकेला, जिससे रोज़गार के नए अवसर पैदा हुए।
विदेशी नीति की बात करें तो, मोदी ने "एकतारफा शक्ति" से अधिक "समान साझेदारी" की दिशा में बदलाव लाया। उन्होंने अमेरिका के साथ रक्षा सहयोग को गहरा किया, फिर भी चीन के साथ रणनीतिक संवाद जारी रखा। मध्य पूर्व में भारतीय कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विशेष मिशन चलाए, जबकि दक्षिण एशिया में आर्थिक कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए कई द्विपक्षीय समझौते किए। इस संतुलित दृष्टिकोण ने भारत को विश्व मंच पर एक विश्वसनीय मध्यवर्ती शक्ति बना दिया।
सामाजिक पहलुओं में, स्वच्छ भारत मिशन, जल जीते रहो, और उज्ज्वला योजना ने लाखों लोगों के जीवन स्तर को ऊँचा किया। स्वास्थ्य के क्षेत्र में आयुष्मान भारत ने गरीब परिवारों को मुफ्त उपचार प्रदान किया, जिससे स्वास्थ्य के सापेक्ष असमानता घटने लगी। शिक्षा में नई राष्ट्रीय नीति (NEP 2020) को भी मोदी ने समर्थन दिया, जिसने कौशल‑आधारित सीखने पर जोर दिया। ये सभी योजनाएँ दर्शाती हैं कि उनका विकास मॉडल सिर्फ आर्थिक नहीं, बल्कि सामाजिक समावेशी भी है।
मीडिया और सार्वजनिक राय के मामले में, मोदी की छवि दोधारी तलवार बन गई है। समर्थक उन्हें परिवर्तन का प्रतीक मानते हैं, जबकि आलोचक अक्सर निर्णय‑लेने की गति या नीति‑परिणामों पर सवाल उठाते हैं। फिर भी, प्रत्येक नई योजना या पहल के बाद सार्वजनिक चर्चा बढ़ती है, जिससे लोकतंत्र में बहस का स्तर उंचा होता है। यह संवादात्मक माहौल ही मोदी के शासन का एक अनूठा पहलू है।
आज के समय में, उनके कई मौजूदा और आगामी कदम—जैसे जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्रवाई योजना, डिजिटल भारत का विस्तार, तथा राष्ट्रीय सुरक्षा में नई तकनीकी एकीकरण—देश के भविष्य को आकार दे रहे हैं। आप नीचे देखेंगे कि इन विषयों पर विस्तृत लेख, विश्लेषण और अपडेट्स कैसे प्रस्तुत किए गए हैं, जिससे आप मोदी की नीतियों का प्रभाव गहराई से समझ सकें।
Modi ने 19 जून 2025 को कनाडा के G7 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं को भारत के अनूठे हस्तशिल्प उपहारों से सराहा, जिससे कारीगरों को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली.
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