बोनस शेयर: सरल भाषा में क्या है और कैसे काम करता है

कभी कंपनी ने घोषणा की कि वो बोनस शेयर दे रही है और आपको समझ नहीं आया कि असल में क्या होगा? बोनस शेयर दरअसल कंपनी की तरफ से मुफ्त शेयर होते हैं जो मौजूदा शेयरधारकों को उनके हिस्से के अनुपात में दिए जाते हैं। यह कंपनी के प्रॉफिट को कैश बांटने की बजाय इक्विटी में ही बांटने जैसा है।

बोनस शेयर कैसे काम करते हैं

कंपनी बोनस शेड्यूल घोषित करती है—जैसे 1:2 या 2:5। 1:2 मतलब हर 2 शेयर पर 1 बोनस शेयर मिलेगा। महत्वपूर्ण तारीख होती है रिकॉर्ड डेट या बुक क्लोजर; उसी तारीख को जो निवेशक आपके रिकॉर्ड में होगे वो ही बोनस के हकदार होंगे।

क्या आपको कुछ करना पड़ता है? आमतौर पर नहीं। बस अपना शेयर डिमैट में रिकॉर्ड डेट से पहले रखें। बोनस मिलने पर नए शेयर अपने आप आपके डिमैट खाते में क्रेडिट हो जाते हैं। अगर आपके बोनस के कारण फ्रैक्शनल शेयर बनते हैं, तो कंपनी आमतौर पर कैश भुगतान या राउंड-ऑफ करके उसका निपटारा कर देती है।

किसी कंपनी का मार्केट कैप बोनस से बदलता नहीं है। सिर्फ शेयरों की संख्या बढ़ती है और प्राइस थ्योरिटिकल रूप से समायोजित हो जाता है—यानी शेयर का भाव घटेगा पर आपकी कुल संपत्ति वही रहेगी। उदाहरण: अगर आपने 100 शेयर रखे हैं और कंपनी ने 1:2 बोनस घोषित किया है तो आपको 50 बोनस शेयर मिलेंगे, यानी कुल 150 शेयर। कीमत को अक्सर 1.5 से भाग करके एडजस्ट किया जाता है।

निवेशक के लिए चेकलिस्ट और सावधानियाँ

बोनस मिलना अच्छा लगता है, पर कुछ बिंदुओं पर ध्यान दें—पहला, कंपनी क्यों बोनस दे रही है? अगर यह प्रॉफिट की सही पहचान है तो सकारात्मक संकेत है; पर कभी-कभी मैनेजमेंट सिर्फ मार्केटिंग के लिए भी बोनस दे देते हैं।

दूसरा, टैक्स पर क्या असर होता है? इंडिया में सामान्य तौर पर बोनस शेयर मिलने पर तत्काल आयकर नहीं लगता। पर जब आप भविष्य में शेयर बेचेंगे तब पूंजीगत लाभ के नियम लागू होंगे। टैक्स की सटीक व्याख्या के लिए अपने चार्टर्ड अकाउंटेंट या टैक्स सलाहकार से पूछ लें।

तीसरा, तरलता और मूल्य प्रचार का असर देखें। ज्यादा बोनस इश्यू से स्टॉक फ्लोट बढ़ सकता है और कीमत पर प्रभाव पड़ सकता है। चौथा, रिकॉर्ड डेट के आसपास खरीद-बिक्री करते समय ब्रोकरेज और T+ सेटलमेंट नियम समझें ताकि आप अनजाने में हकदार न रह जाएं या ट्रांज़ैक्शन फंस न जाए।

अंत में, कंपनी की आधिकारिक घोषणा (BSE/NSE नोटिस, RTA की जानकारी) पढ़ें, अपने डीमैट अकाउंट और एड्रेस/केवाईसी अपडेट रखें, और किसी भी संदेह पर अपने ब्रोकरे या कस्टमर सर्विस से संपर्क करें। बोनस शेयर मुफ्त मिलते हैं, पर समझदारी से देखने पर बेहतर निर्णय बनते हैं।

अगर चाहें तो मैं आपकी होल्डिंग्स के आधार पर आसान उदाहरण के साथ बोनस का कैलकुलेशन बता सकता हूँ—अपने शेयर का रेशियो और वर्तमान शेयर संख्या बताइए।