पेरिस पैरालिम्पिक्स 2024 के तीसरे दिन के अपडेट्स: प्रमुख इवेंट्स और भारत के पदक विजेता

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पेरिस पैरालिम्पिक्स 2024 के तीसरे दिन के अपडेट्स: प्रमुख इवेंट्स और भारत के पदक विजेता

पेरिस पैरालिम्पिक्स 2024: तीसरे दिन के प्रमुख अपडेट्स

पेरिस पैरालिम्पिक्स 2024 के तीसरे दिन की घटनाओं के लाइव अपडेट्स को लेकर भारतीय दर्शकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। खेल के इस महाकुंभ में भारत ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पदक जीत शामिल हैं।

तीसरे दिन की शुरुआत के साथ ही भारत की उम्मीदें और अधिक ऊंची हो चुकी हैं। भाला फेंक F57 फाइनल में पुरुषों की प्रतिस्पर्धा में प्रवीण ने हिस्सा लिया है। प्रवीण के प्रदर्शन पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। उनकी मेहनत और लगन से देश को एक और पदक की उम्मीदें हैं।

वहीं, भारतीय खिलाड़ी रुबिना ने कांस्य पदक जीतकर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उनकी इस जीत ने भारत के पदकों की संख्या को बढ़ा दिया है और यह बेहद ही गर्व की बात है। खेल के पहले दो दिनों की घटनाओं की यदि बात करें तो, अवनि लेखरा ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता है। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण रहा और देश के लिए भी एक महान उपलबधि साबित हुआ है।

इसके अलावा, मनीष नरवाल ने शूटिंग में रजत पदक जीता है, जिससे भारत का कुल पदक गिनती दिन 2 के समाप्ति तक चार हो गई थी। अवनि और मनीष जैसे खिलाड़ी न केवल अपने प्रदर्शन से बल्कि अपने अद्वितीय समर्पण और मेहनत से देशवासियों के दिलों में एक खास जगह बना चुके हैं।

तीसरे दिन के अन्य प्रमुख प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ी श्याम सुंदर ने तीरंदाजी में हिस्सा लिया, हालांकि वह shoot-off में थाईलैंड के कॉमसान सिंगपीरॉम से हार गए। तीरंदाजी की इस प्रतिस्पर्धा में उनका प्रदर्शन सराहनीय था लेकिन कुछ कमियों के कारण जीत नहीं दर्ज कर पाए।

सिवाराजन सोलाइमलाई ने बैडमिंटन के पुरुष एकल एसएच6 समूह ए मुकाबले में भाग लिया था लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बावजूद खिलाड़ियों के अदम्य उत्साह और जज्बे की सराहना की जानी चाहिए।

आने वाली प्रतियोगिताएँ और भारतीय उम्मीदें

तीसरे दिन के बाद भी बहुत सी प्रतिस्पर्धाएं बाकी हैं जिनमें भारतीय खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। इनमें महिला डिस्कस थ्रो में ज्योति करम और साक्षी कसाना हिस्सा लेंगी। दर्शकों को इनसे बहुत उम्मीदें हैं और ये खिलाड़ी भी पदक जीतने के लिए पूरी मेहनत कर रही हैं।

महिला 100 मीटर स्पर्धाओं में प्रीती पाल भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। देशवासियों को प्रीती से भी काफी उम्मीदें हैं और उनकी हर दौड़ में उनकी जीत की दुआएँ की जा रही हैं। पुरुषों के शॉट पुट में मनु अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। उनका यह प्रयास भारतीय खेल इतिहास में एक और सुनहरे पन्ने को जोड़ने का अवसर हो सकता है।

भारतीय एथलीटों के कार्यक्रमों में तीसरे दिन के बाद भी कई महत्वपूर्ण मुकाबले शामिल हैं, जिसमें जनप्रिय खेलों से लेकर व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धाओं तक शामिल हैं। इन आयोजनों में भारत के विभिन्न खेलों में अलग-अलग खिलाड़ी अपनी कोशिशों में लगे हुए हैं और देशवासियों को उनसे अपेक्षाएँ हैं कि वे देश को गर्वान्वित करेंगे।

महिला 100 मीटर प्रतिस्पर्धा में प्रीती पाल द्वारा अपनी गति का प्रदर्शन, पुरुष शॉट पुट में मनु की ताकत की परीक्षा, और महिला डिस्कस थ्रो में ज्योति कऱम और साक्षी कसाना के जोश और उत्साह को देख दर्शकों का रोमांच बढ़ गया है।

भविष्य में भी भारतीय खिलाड़ियों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे अपनी बहादुरी और प्रतिस्पर्धात्मक सोच से देश को गौरवान्वित करेंगे। जैसा कि पहले दो दिनों में देखा गया है, अवनि लेखरा और मनीष नरवाल ने देश को अपनी अद्वितीय प्रतिभा और समर्पण से गर्वान्वित किया है। तो ऐसे ही अन्य खिलाड़ी भी अपनी मेहनत और लगन से पदक जीतने की कोशिश करेंगे।

खेल के इस महाकुंभ में भारतीयों की उम्मीदें जवान हैं और यह सीधा खेल मैदान पर भारतीय एथलीटों की प्रदर्शन से बंधी हुई हैं। इस परिस्थिति में प्रत्येक खिलाड़ी का प्रदर्शन महत्वपूर्ण होता है और प्रत्येक पदक देश के लिए गर्व का स्रोत बनता है।

तीसरे दिन के पदक विजेता हो या उन खिलाड़ियों के प्रयास, जिन्होंने जी-जान से मुकाबला किया हो, सबके प्रयासों को सलाम है। पेरिस पैरालिम्पिक्स 2024 के इस शानदार आयोजन से उम्मीद है कि भारतीय एथलीट और भी अधिक मेडल जीते और देश का नाम रोशन करें। हर खिलाड़ी जो मैदान पर कदम रखता है वह पूरे देश की उम्मीदों का भार लेकर चलता है।

टिप्पणि

Kirti Sihag

Kirti Sihag

31 अगस्त / 2024

रुबिना की कांस्य जीत ने दिल को छू लिया! 😭

Vibhuti Pandya

Vibhuti Pandya

31 अगस्त / 2024

वाकई में भारत के एथलीट्स ने इस पैरालिम्पिक्स में अपना मान बढ़ा दिया है। हर मुकाबले में उनकी मेहनत और जज्बा साफ़ दिखता है। टीम को आगे भी ऐसे ही उत्साह के साथ देखना चाहते हैं।

Aayushi Tewari

Aayushi Tewari

31 अगस्त / 2024

विभूति जी के विचार बिलकुल सही हैं; खिलाड़ियों की पेशेवर तैयारी और राष्ट्रीय समर्थन दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में भी संसाधन समान रूप से वितरित हों।

Rin Maeyashiki

Rin Maeyashiki

31 अगस्त / 2024

पेरिस पैरालिम्पिक्स के तीसरे दिन को देखकर दिल गदगद हो गया!
रुबिना ने कांस्य लेकर भारत का चेहरा उज्जवल किया, यह बात हर घर में गौरव लेकर आई।
प्रवीण की फेंक की उम्मीदें अब भी संदेह रहित हैं, वह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के कगार पर है।
अवनि लेखरा के स्वर्ण जीत ने इतिहास रचा, वह अब सभी युवा एथलीट्स के लिए प्रेरणा बन गई है।
मनीष नरवाल की रजत पदक ने हमारी कुल गिनती को चार तक पहुंचाया, टीम की सामूहिक शक्ति का प्रमाण है।
श्याम सुंदर का तीरंदाजी में हारना निराशाजनक था, लेकिन उन्होंने दिखाया कि प्रतिस्पर्धा में हमेशा एक सीख होती है।
सिवाराजन सोलाइमलाई की बैडमिंटन हार से हमें यह सीख मिलती है कि कभी हार मानना नहीं चाहिए।
आने वाले इवेंट्स में महिला डिस्कस थ्रो में ज्योति और साक्षी के प्रदर्शन का बेसब्री से इंतजार है।
प्रीती पाल की 100 मीटर स्प्रिंट में गति आश्चर्यजनक है, भारत को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की संभावना है।
मनु का शॉट पुट में ताकत दिखेगी, यह हमारे लिए एक नया अध्याय हो सकता है।
समग्र रूप से, पैरालिंपिक ने भारत को एकजुट किया है, हर खिलाड़ी ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है।
खेल के मैदान में उनका जुनून और दृढ़ता सभी को प्रेरित करती है।
यह सफलता केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है।
भविष्य में भी इस जोश को बनाए रखें, और अधिक मेडल जीतें।
आइए, हम सभी मिलकर इन एथलीट्स का समर्थन जारी रखें और उन्हें अपना प्यार भेजें।
जैसे ही अगला दिन शुरू होगा, हमें और अधिक रोमांचक मोमेंट्स देखने को मिलेंगे।

Paras Printpack

Paras Printpack

31 अगस्त / 2024

अरे यार, इतने सारे प्रेमभरी बातें सुनकर ऐसा लगता है जैसे हम सब पिकनिक पर हैं। लेकिन असली बात तो यह है कि कुछ एथलीट्स ने तो ऐसा करके दिखा दिया कि मैदान में सबको नहीं जीतना पड़ता। फिर भी इतना एलेवेटेड टोन मत रखो, असली जीत तो मेहनत से आती है।

yaswanth rajana

yaswanth rajana

31 अगस्त / 2024

कोच के तौर पर मैं कहना चाहूँगा कि प्रत्येक खिलाड़ी को तकनीकी पहलू पर गहरा फोकस चाहिए। प्रवीण की फेंक में ताकत वाकई उल्लेखनीय है, लेकिन फ़िनाल में स्थिरता बढ़ाने की जरूरत है। रुबिना का कांस्य जीतना एक बिंदु है, लेकिन अगली बार स्वर्ण का लक्ष्य रखना चाहिए।

Roma Bajaj Kohli

Roma Bajaj Kohli

31 अगस्त / 2024

देखिए, राष्ट्रीय स्तर पर हमे केवल ‘पदक’ नहीं चाहिए, बल्कि ‘विजय‑सिंहासन’ चाहिए! हमारे एथलीट्स को अब हाई‑परफ़ॉर्मेंस मैट्रिक्स और KPI‑ड्रिवेन ट्रेनिंग मॉडल अपनाना पड़ेगा। यही जार्गन‑हैवी एप्रोच हमारे वांछित मेडल टोटल को स्केल‑अप करेगा।

Nitin Thakur

Nitin Thakur

31 अगस्त / 2024

इधर‑उधर की खबरों का शोर सुनकर कुछ भी नहीं समझ आता है, बस इतना कहूँगा कि पदकों की गिनती बढ़ी है तो सब ठीक है, और नहीं तो कोई फर्क नहीं पड़ता

Arya Prayoga

Arya Prayoga

31 अगस्त / 2024

वास्तव में पदकों की संख्या से ज्यादा एथलीट्स की मेहनत मायने रखती है।

Vishal Lohar

Vishal Lohar

31 अगस्त / 2024

क्या बात है, इस अपडेट में तो ऐसा लग रहा है जैसे हम सभी स्वप्न देख रहे हों! परन्तु वास्तविकता में यह एथलीट्स का कठिन परिश्रम है, न कि कोई फ़ैंटेसी।

Vinay Chaurasiya

Vinay Chaurasiya

31 अगस्त / 2024

इन्हें देखो, वास्तविक आंकड़ों के बिना ये सारे बयान बस शब्दों का खेल है!; पदकों की गिनती बढ़ी है, पर कौनसे इवेंट में और किसने कैसे जीत हासिल की, वह स्पष्ट नहीं है;

Selva Rajesh

Selva Rajesh

31 अगस्त / 2024

सच्चाई तो यह है कि हम हर जीत को जश्न मनाते हैं, लेकिन हर हार को भी सराहना चाहिए क्योंकि उस परिप्रेक्ष्य में ही असीम संभावनाएँ उत्पन्न होती हैं।

Ajay Kumar

Ajay Kumar

31 अगस्त / 2024

फिलॉसफ़ी के दृष्टिकोण से कहूँ तो, खेल का प्रत्येक क्षण एक साहसिक कथा है, जहाँ प्रतिभा और मेहनत मिलकर नई वास्तविकता रचते हैं।

Ravi Atif

Ravi Atif

31 अगस्त / 2024

वाह भाई, पेरिस में हमारा ट्रैक ऐसा लगता है जैसे किसी फ़िल्म का सेट हो! 🎬 हर खिलाड़ी अपनी कहानी लेकर आया है, और हम सब उन्हें बेज़ोड़ समर्थन दे रहे हैं।

Krish Solanki

Krish Solanki

31 अगस्त / 2024

आइए, इस उत्सव को अधिक रंगीन बनाते हैं! लेकिन याद रखें, जब तक हम तथ्यों को ठोस रूप में नहीं देखेंगे, तब तक ये सब सिर्फ चमक-धमक रहेगी।

SHAKTI SINGH SHEKHAWAT

SHAKTI SINGH SHEKHAWAT

31 अगस्त / 2024

यदि आप सोचते हैं कि ये सब आधिकारिक रिपोर्टें हैं, तो आपको नहीं पता कि किस प्रकार के एलिट अगेंस्ट द ग्रिड में डेटा मैनिपुलेशन हो रहा है। यह पारदर्शिता की कमी हमें हमेशा संदेह में रखती है, और यही कारण है कि हमें गहरी जाँच करनी चाहिए।

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