11 मई, 2024
पेरिस पैरालिम्पिक्स 2024 के तीसरे दिन की घटनाओं के लाइव अपडेट्स को लेकर भारतीय दर्शकों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। खेल के इस महाकुंभ में भारत ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पदक जीत शामिल हैं।
तीसरे दिन की शुरुआत के साथ ही भारत की उम्मीदें और अधिक ऊंची हो चुकी हैं। भाला फेंक F57 फाइनल में पुरुषों की प्रतिस्पर्धा में प्रवीण ने हिस्सा लिया है। प्रवीण के प्रदर्शन पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। उनकी मेहनत और लगन से देश को एक और पदक की उम्मीदें हैं।
वहीं, भारतीय खिलाड़ी रुबिना ने कांस्य पदक जीतकर देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। उनकी इस जीत ने भारत के पदकों की संख्या को बढ़ा दिया है और यह बेहद ही गर्व की बात है। खेल के पहले दो दिनों की घटनाओं की यदि बात करें तो, अवनि लेखरा ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल फाइनल में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता है। यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण क्षण रहा और देश के लिए भी एक महान उपलबधि साबित हुआ है।
इसके अलावा, मनीष नरवाल ने शूटिंग में रजत पदक जीता है, जिससे भारत का कुल पदक गिनती दिन 2 के समाप्ति तक चार हो गई थी। अवनि और मनीष जैसे खिलाड़ी न केवल अपने प्रदर्शन से बल्कि अपने अद्वितीय समर्पण और मेहनत से देशवासियों के दिलों में एक खास जगह बना चुके हैं।
तीसरे दिन के अन्य प्रमुख प्रतियोगिताओं में भारतीय खिलाड़ी श्याम सुंदर ने तीरंदाजी में हिस्सा लिया, हालांकि वह shoot-off में थाईलैंड के कॉमसान सिंगपीरॉम से हार गए। तीरंदाजी की इस प्रतिस्पर्धा में उनका प्रदर्शन सराहनीय था लेकिन कुछ कमियों के कारण जीत नहीं दर्ज कर पाए।
सिवाराजन सोलाइमलाई ने बैडमिंटन के पुरुष एकल एसएच6 समूह ए मुकाबले में भाग लिया था लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बावजूद खिलाड़ियों के अदम्य उत्साह और जज्बे की सराहना की जानी चाहिए।
तीसरे दिन के बाद भी बहुत सी प्रतिस्पर्धाएं बाकी हैं जिनमें भारतीय खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। इनमें महिला डिस्कस थ्रो में ज्योति करम और साक्षी कसाना हिस्सा लेंगी। दर्शकों को इनसे बहुत उम्मीदें हैं और ये खिलाड़ी भी पदक जीतने के लिए पूरी मेहनत कर रही हैं।
महिला 100 मीटर स्पर्धाओं में प्रीती पाल भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। देशवासियों को प्रीती से भी काफी उम्मीदें हैं और उनकी हर दौड़ में उनकी जीत की दुआएँ की जा रही हैं। पुरुषों के शॉट पुट में मनु अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। उनका यह प्रयास भारतीय खेल इतिहास में एक और सुनहरे पन्ने को जोड़ने का अवसर हो सकता है।
भारतीय एथलीटों के कार्यक्रमों में तीसरे दिन के बाद भी कई महत्वपूर्ण मुकाबले शामिल हैं, जिसमें जनप्रिय खेलों से लेकर व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धाओं तक शामिल हैं। इन आयोजनों में भारत के विभिन्न खेलों में अलग-अलग खिलाड़ी अपनी कोशिशों में लगे हुए हैं और देशवासियों को उनसे अपेक्षाएँ हैं कि वे देश को गर्वान्वित करेंगे।
महिला 100 मीटर प्रतिस्पर्धा में प्रीती पाल द्वारा अपनी गति का प्रदर्शन, पुरुष शॉट पुट में मनु की ताकत की परीक्षा, और महिला डिस्कस थ्रो में ज्योति कऱम और साक्षी कसाना के जोश और उत्साह को देख दर्शकों का रोमांच बढ़ गया है।
भविष्य में भी भारतीय खिलाड़ियों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे अपनी बहादुरी और प्रतिस्पर्धात्मक सोच से देश को गौरवान्वित करेंगे। जैसा कि पहले दो दिनों में देखा गया है, अवनि लेखरा और मनीष नरवाल ने देश को अपनी अद्वितीय प्रतिभा और समर्पण से गर्वान्वित किया है। तो ऐसे ही अन्य खिलाड़ी भी अपनी मेहनत और लगन से पदक जीतने की कोशिश करेंगे।
खेल के इस महाकुंभ में भारतीयों की उम्मीदें जवान हैं और यह सीधा खेल मैदान पर भारतीय एथलीटों की प्रदर्शन से बंधी हुई हैं। इस परिस्थिति में प्रत्येक खिलाड़ी का प्रदर्शन महत्वपूर्ण होता है और प्रत्येक पदक देश के लिए गर्व का स्रोत बनता है।
तीसरे दिन के पदक विजेता हो या उन खिलाड़ियों के प्रयास, जिन्होंने जी-जान से मुकाबला किया हो, सबके प्रयासों को सलाम है। पेरिस पैरालिम्पिक्स 2024 के इस शानदार आयोजन से उम्मीद है कि भारतीय एथलीट और भी अधिक मेडल जीते और देश का नाम रोशन करें। हर खिलाड़ी जो मैदान पर कदम रखता है वह पूरे देश की उम्मीदों का भार लेकर चलता है।
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