18 सितंबर, 2024
24 मई, 2024 का दिन भारतीय बाजार के लिए खास रहा जब सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। सोने की कीमत ₹74,367 प्रति 10 ग्राम से गिरकर ₹71,500 प्रति 10 ग्राम हो गई, जबकि चांदी की कीमत ₹95,267 प्रति किलोग्राम के अपने इतिहासिक उच्चतम दर से गिरकर ₹90,910 प्रति किलोग्राम हो गई। इस गिरावट ने न केवल निवेशकों को चौंका दिया, बल्कि आम जनता के बीच भी एक चर्चा का विषय बन गया।
पिछले चार दिनों में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट देखी गई। 20 मई, 2024 को रिकॉर्ड उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद, इन कीमती धातुओं की कीमतों में धीरे-धीरे कमी आई। सोना ₹2,841 प्रति 10 ग्राम सस्ता हो गया जबकि चांदी ₹4,222 प्रति किलोग्राम सस्ती हो गई। यह कमी इन धातुओं के बढ़ते दामों के मध्य देखने को मिली, जिससे बाजार में एक नई हलचल मच गई।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को सोना ₹71,526 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹91,045 प्रति किलोग्राम के भाव पर व्यापार कर रहे थे। इन आंकड़ों को देखकर निवेशकों को यह महसूस हो सकता है कि यह निवेश करने का सही समय है। सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट ने निवेशकों के साथ-साथ आम जनता को भी अपनी ओर आकर्षित किया है।
सोने और चांदी की कीमतों में इस गिरावट के कई कारण हो सकते हैं। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इन धातुओं की मांग और आपूर्ति में बदलाव, अमेरिकी डॉलर की मजबूती, और ब्याज दरों में वृद्धि जैसे कई कारण हो सकते हैं। निवेशकों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि ये धातुएं मौजूदा आर्थिक स्थिति से काफी प्रभावित होती हैं, और इसलिए इनके दामों में उतार-चढ़ाव होता रहता है।
कई विशेषज्ञों का मानना है कि सोने और चांदी में आई इस गिरावट को निवेश का एक अच्छा मौका माना जा सकता है। पिछले कुछ वर्षों में इन धातुओं के दाम बढ़ने के बाद, अब यह गिरावट एक नए निवेश के लिए अवसर प्रदान कर सकती है। सोना और चांदी हर किसी के पोर्टफोलियो में एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है, और यह गिरावट निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को मजबूत करने का मौका दे सकती है।
वर्तमान गिरावट का खामियाजा उन निवेशकों को उठाना पड़ा है जिन्होंने हाल ही में ऊंचे दामों पर सोना और चांदी खरीदा था। इनकी खरीदारी के कुछ दिनों बाद ही बाजार के गिरते दामों ने इनकी मूल्य में कटौती कर दी। ऐसे निवेशकों के लिए नुकसान का सामना मुश्किल हो सकता है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से सोचने पर यह अभी भी लाभकारी हो सकता है।
आने वाले दिनों में सोने और चांदी की कीमतें कैसी रहेंगी, यह बिल्कुल बाजार की स्थितियों पर निर्भर करेगा। विशेषज्ञों की राय है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है और इन धातुओं की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। इसलिए, निवेशकों को सोच-समझकर और बाजार की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए निवेश करना चाहिए।
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