12 मई, 2024
10 जून, 2024
स्वास्थ्य उद्योग के नेताओं ने आगामी बजट 2024 से कुछ खास उम्मीदें जाहिर की हैं। सबसे बड़ी चिंता का विषय है दवाइयों की ऊंची कीमतें, जो आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सेवा को एक बड़ा बोझ बना रही हैं। इन नेताओं का मानना है कि मौजूदा दवाइयों की कीमतें बेतहाशा बढ़ी हुई हैं, जिससे आम जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं सुलभ नहीं हो पा रही हैं। महंगी दवाइयों की वजह से बीमारियों का इलाज कराना लाखों लोगों के लिए मुश्किल हो गया है।
नूतन बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए आवंटन बढ़ाने की जरूरत को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। यह उम्मीद जताई जा रही है कि बजट 2024 में इस मामले पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और दवाइयों की कीमतें घटाकर स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सुलभ बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, 7वें वेतन आयोग की सिफारिश पर सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जो अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा।
दवाइयों और चिकित्सा सुविधाओं की ऊंची कीमतें मौजूदा समय में एक गंभीर समस्या बनी हुई हैं। आम जनता को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। कुछ समय से दवाइयों के मूल्य में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई है, जो मध्यम और निम्न वर्ग के लोगों के लिए चिंता का सबब है। स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ इस पर सहमत हैं कि दवाइयों की ऊंची कीमतें खुदरा स्तर पर कम की जानी चाहिए, ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें।
स्वास्थ्य सेक्टर में सुधार और बेहतर आवंटन की माँग केवल एक वृद्धि की मांग नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो आम जनता की भलाई के लिए अति आवश्यक है। सरकार को बजट 2024 में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज और योजनाएं तैयार करनी चाहिए। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि यह आम जनता के स्वास्थ्य और जीवनस्तर में भी बड़ा अंतर लाएगा।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ यह भी सुझाव दे रहे हैं कि सरकार को नयी स्वास्थ्य योजनाओं और अवसंरचना के विकास पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र को मिल कर काम करना होगा ताकि एक व्यापक स्वास्थ्य सेवा तंत्र तैयार किया जा सके।
स्वास्थ्य उद्योग के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर बजट 2024 में सही तरीके से निवेश किया गया तो यह न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाएगा, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगा। सरकार को चाहिए कि वह कुल स्वास्थ्य बजट को बढ़ाकर स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए विशेष योजनाएं और नयी परियोजनाएं लागू करे। इससे आगामी समय में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में बड़ा सुधार होगा।
आर्थिक विशेषज्ञ भी इस बात पर सहमत हैं कि दवाइयों की कीमतें घटाने और स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने से चीजों का संतुलन बेहतर होगा। यह एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें सरकार और प्राइवेट सेक्टर दोनों का योगदान जरूरी है। यदि सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में ध्यान दे तो इससे समाज के हर वर्ग को फायदा होगा।
बजट 2024 में स्वास्थ्य क्षेत्र को महत्व दिया जाना अत्यंत आवश्यक है। दवाइयों की कीमतें घटाकर और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाकर, सरकार आम जनता के स्वास्थ्य स्तर को बेहतर बना सकती है। यह केवल एक आर्थिक निर्णय नहीं होगा, बल्कि यह एक सामाजिक सुधार भी होगा जो लंबे समय तक समाज को लाभान्वित करेगा।
स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ और नेता एक आवाज में सरकार से यह अपील कर रहे हैं कि बजट 2024 में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए अधिक आवंटन किया जाए जिससे दवाइयों की कीमतें घट सकें और स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हो सकें। आम जनता को भी इस दिशा में सरकार से अधिक उम्मीदें हैं।
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