चैत्र अमावस्या 2025 शनिवार, 29 मार्च को मनाई जा रही है, जो शनि अमावस्या और भूतादि अमावस्या के रूप में जानी जाती है। इस दिन ब्रह्म योग, इंद्र योग और शिववास योग का संयोग है, जो पितृ दोष निवारण और आध्यात्मिक शुद्धि के लिए अत्यंत शुभ है।